कोरोना वैक्सीन से जुडी एक अच्छी खबर – सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया मात्र 225 रूपए वैक्सीन को भारत की जनता तक पहुचायेगा

देश दुनिया और तमाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आजकल सिर्फ एक ही सवाल है की आखिर कोरोना (COVID- 19 ) की वैक्सीन कब तक बाजार में आ जाएगी और कब ये भारत की जनता तक पहुंच पायेगी. ये तो हम सबको पता है की दुनिया भर में लगभग 200 प्रोजेक्ट पर सिर्फ वैक्सीन बनाने का काम हो रहा है और ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी अपने रिसर्च में आखिरी पड़ाव पर है और सबकी निगाहें बस इस वैक्सीन के इंतज़ार में ही हैं
कब तक ये वैक्सीन बाजार में आने कि सम्भावना है?
जैसा कि आप सब लोगो को पता है कि ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी जो कोरोना वैक्सीन (Covishield) के नाम से बना रही है, उसको भारत में बनाने की जिम्मेदारी “सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया” की है और साथ एक अन्य अमेरिकन दवा कंपनी “Nova Wax ” ने भी इस ही भारतीय कंपनी को इस वैक्सीन को बनाने और और इसकी मार्केटिंग करने की जिम्मेदारी दी है जिस से भारत और अन्य देश जो इकॉनमी के आधार पर निचले स्तर पर हैं, उनके लिए 10 करोड़ वैक्सीन बनाने का लक्ष्य रखा गया है.
I would like to thank @BillGates, @gatesfoundation, @GaviSeth for this key partnership of risk sharing and manufacturing of a 100 million doses, which will also ensure equitable access at an affordable price to many countries around the world. https://t.co/NDmpo23Ay8 pic.twitter.com/jNaNh6xUPy
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) August 7, 2020
कितने में कोरोना की वैक्सीन भारत कि जनता को उपलब्ध हो जाएगी?
अब बात आती है की अगर ये बड़ी बड़ी कंपनीज भारत में वैक्सीन के निर्माण के लिए जिम्मेदारी सौंप रही हैं तो इसके फंड्स की व्यवस्था कहाँ से होगी? तो इसके जवाब के लिए अब भारत की जनता और इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा क्योंकि “सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया” ने दवा बनाने वाली दो कंपनीज (GAVI, The Vaccine Alliance, and Bill & Melinda Gates Foundation ) के साथ में अनुबंध किया है जो की लगभग 10 मिलियन डॉलर की फंडिंग करेंगी जिस से इस भारतीय कंपनी वैक्सीन के उत्पादन में मदद मिलेगी और ये भी की उन कंपनीज में जो भी Covid 19 की वैक्सीन बना लेगी वो सब से पहले भारत को ही देगी. इस वैक्सीन की एक खुराक की कीमत 3 डॉलर बताई जा रही है जो की भारतीय मुद्रा के अनुसार Rs .225, की पड़ेगी.
सूत्रों की माने तो वैक्सीन का अंतिम ट्रायल खत्म होते लोगो का इंतज़ार भी खत्म होगा और इस वैक्सीन का निर्माण शुरू हो जायेगा और ये 2021 के शुरूआती दिनों में भारत और अन्य देशो को वितरित करने के लिए बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन किया जायेगा जिस से जितना जल्दी हो सके इस महामारी पर रोकथाम लगे और लोगो का जीवन पटरी पर आ सके.