Delhi/NCR
Delhi pollution: अभी थोड़ी राहत, दो दिन में ‘बहुत खराब’ हो जाएगी दिल्ली की हवा! – delhi air to turn very bad in next 2 days!

नई दिल्ली
कई दिनों तक दिल्ली में प्रदूषण स्तर 300 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर से अधिक दर्ज होने के बाद शनिवार को इसमें मामूली सुधार आया। शनिवार को एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 267 दर्ज किया गया जो शुक्रवार के 285 के स्तर से कम था। हालांकि अनुमान यह बताते हैं कि अगले दो दिनों तक एयर क्वॉलिटी खराब हो सकती है और अपनी कैटिगरी बदलकर ‘बहुत खराब’ में जा सकती है या उसके आसपास रह सकती है।
सफर के विश्लेषण के मुताबिक, फिलहाल हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ और ‘बहुत खराब’ के बीच है। हवा की रफ्तार ठीक है लेकिन नमी का स्तर ज्यादा बना हुआ है। अगले कुछ दिनों तक दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 300 के आसपास रह सकता है। सफर के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों में पराली जलाने के कम ममालों के कारण दिल्ली में हवा की क्वॉलिटी ज्यादा खराब नहीं रही।
कई दिनों तक दिल्ली में प्रदूषण स्तर 300 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर से अधिक दर्ज होने के बाद शनिवार को इसमें मामूली सुधार आया। शनिवार को एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 267 दर्ज किया गया जो शुक्रवार के 285 के स्तर से कम था। हालांकि अनुमान यह बताते हैं कि अगले दो दिनों तक एयर क्वॉलिटी खराब हो सकती है और अपनी कैटिगरी बदलकर ‘बहुत खराब’ में जा सकती है या उसके आसपास रह सकती है।
सफर के विश्लेषण के मुताबिक, फिलहाल हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ और ‘बहुत खराब’ के बीच है। हवा की रफ्तार ठीक है लेकिन नमी का स्तर ज्यादा बना हुआ है। अगले कुछ दिनों तक दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 300 के आसपास रह सकता है। सफर के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों में पराली जलाने के कम ममालों के कारण दिल्ली में हवा की क्वॉलिटी ज्यादा खराब नहीं रही।
शुक्रवार को दिल्ली के पलूशन में पराली का योगदान सिर्फ 3% रहा जबकि शनिवार को 2%। मंगलवार और बुधवार को हल्की बारिश के कारण एक्यूआई तीन दिनों से 300 के नीते ही बना हुआ है। जानकारों का कहना है कि एनसीआर में प्रदूषण लेवल में मॉडरेट लेवल पर पहुंच गया है। इससे दिल्ली में भी लोगों को प्रदूषण से राहत मिलेगी।
सेंट्रल पलूशन कंट्रोल बोर्ड ने शनिवार को जो एयर क्वॉलिटी इंडेक्स रिपोर्ट जारी की उसके मुताबिक दिल्ली तीसरे नंबर पर था। सबसे अधिक पलूशन ग्रेटर नोएडा में 286 था। गुड़गांव में 188 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर प्रदूषण था। ईपीसीए के एक सदस्य के अनुसार,एनसीआर में पलूशन लेवल 300 से भी कम हो गया है। गुड़गांव में यह मॉडरेट है।
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